मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। ओम् ऐं ह्रीं हनुमते रामदुते लंकविधवंसने अंजनी गर्भ सम्भुतय शकिनि डाकिनी विध्वंसनाय किलकिली बुबुकरेन विभीषण हनुमददेवय ओम ह्रीं ह्रीं हं फट् स्वाहा भीम रुप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे॥ दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।। It can be up to you; there isn't any particular rule to https://http-directory.com/listings13209866/how-hanuman-mantra-can-save-you-time-stress-and-money